मास्टर दाता बन अनेक आत्माओं को प्राप्तियों का अनुभव कराना
मास्टर दाता बन अनेक आत्माओं को प्राप्तियों का अनुभव कराना ही ब्रह्मा बाप समान बनना है।
मास्टर दाता बन अनेक आत्माओं को प्राप्तियों का अनुभव कराना ही ब्रह्मा बाप समान बनना है।
श्रीमत के इशारे प्रमाण सेकण्ड में न्यारे और प्यारे बन जाना ही तपस्वी आत्मा की निशानी है।
जो सदा स्नेही हैं वह हर कार्य में स्वत: सहयोगी बनते हैं।
वायुमण्डल वा विश्व को परिवर्तन करने के पहले स्व-परिवर्तन करो।
महादानी वह है जो अपनी दृष्टि, वृत्ति और स्मृति की शक्ति से शान्ति का अनुभव करा दे।
बुद्धि रूपी विमान द्वारा वतन में पहुंचकर ज्ञान सूर्य की किरणों का अनुभव करना ही शक्तिशाली योग है।
बाबा, शब्द की डायमण्ड चाबी साथ हो तो सर्व खजानों की अनुभूति होती रहेगी।
अपने हर नये संकल्प से, नई दुनिया की नई झलक का साक्षात्कार कराओ।
एक बाप दूसरा न कोई इस विधि द्वारा सदा वृद्धि को प्राप्त करते रहो।
अपनी उड़ती कला द्वारा हर समस्या को बिना किसी रूकावट से पार करने वाले उड़ता पंछी बनो।
अगर अपने कार्य से आप स्वयं संतुष्ट हैं, ताे फिर अन्य लोग क्या कहते हैं उसकी परवाह ना करें।
अपनी सोच को हमेशा सकारात्मक रखना, हमेशा मन को शांत रखना
व्यक्ति के स्वभाव को सपष्ट करने वाली उसकी वाणी होती है, उसका रूप नहीं.
जैसे शरीर के लिए भोजन जरूरी है वैसे ही मस्तिष्क के लिए भी सकारात्मक ज्ञान रुपी भोजन जरूरी हैं।