नेत्रदान करेगे दुनिया फिरसे देखेगे
नेत्रदान करेगे दुनिया फिरसे देखेगे.
जाने से पहले किसी को दे दो जीवनदान, अमर रहना है तो कर दो नेत्रदान |
आँखों की खूबसूरती पर बेपनाह लिखने वालो, एक नज़र उन पर भी डालो जो देख नही सकते.
नेत्र दान से बड़ा कोई दान नहीं, जिसमें जीव निर्जीव होकर भी दुसरे के काम आ सकता है ।
मरता है शरीर, अमर है आत्मा नेत्रदान से मिलता है स्वयं परमात्मा.
जीवन का अमूल्य वरदान नेत्रहीन को नेत्रदान.
कोई नेत्रहीन पा नेत्र मेरे जब इस दुनिया को देखेगा मेरे जाने के बाद मेरा जीवन सार्थक हो जायेगा.
नेत्रदान का संकल्प करे मृत्यु के बाद मृत्युजय बने.
नेत्रदान का संकल्प ले, ताकि किसी का अंधेरा जीवन उजाले से भर जाए।
आँखों से कीमती कोई रत्न नहीं है। अतः इस से बढ़ा कोई दूसरा दान नहीं है। मरने के बाद जो हमारा नहीं होना उसे दान देने में क्या हर्ज।
शरीर की अन्धता नही मन की अन्धता बड़ा मर्ज़ है, उजाला लाने के लिए नेत्रदान हम सबका फ़र्ज़ है.
शरीर की अन्धता नही मन की अन्धता बड़ा मर्ज़ है, उजाला लाने के लिए नेत्रदान हम सबका फ़र्ज़ है.
नेत्रदान मरके भी ज़िंदा रहने का अनमोल वरदान है ।
इतना ही यतन बस कर लेना, ये नेत्र दान तुम कर देना.