बेटी पढ़ेंगी बेटी बढेंगी
आज, अभी और अब से बेटी पढ़ेंगी बेटी बढेंगी…
Shiksha sab ke liye ek samaan, beta beti ek hai dono ghar ki shaan.
बेटी अभिशाप नही वर्दान हैं बेटी सृष्टि का मूल आधार हैं.
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, अपनी सोच को आगे बढ़ाओ.
महिलाओं को दे शिक्षा का उजियारा, पढ़-लिख कर करें रोशन जग सारा.
जीवन हैं बेटी का अधिकार शिक्षा हैं उसका आधार, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अपनी सोच को आगे बढ़ाओ.
जब माँ हैं प्यारी,बहन दुलारी और बीवी हैं पटरानी तो क्यूं करते हो बेटी से मक्कारी.
ना देना सोना चाँदी, ना ही हीरे जवाहरात. शिक्षा हैं अनमोल बस देना यही जीवन सौगात.
बेटे पढ़ेंगे तो एक घर को बढ़ाएंगे, बेटी पढ़ेंगी तो दोनों घर को खुशहाल बनाएगी.
खुशहाली आयेंगी खुशहाली आयेंगी हमारी बेटीयाँ जब स्कुल पढ़ने जायेगी.